Friday, 10 January 2014

आम पुलिसकर्मी नहीं काट सकते चालान!


करनाल में रहने वाली श्रुति शर्मा को अचानक अपने बच्चेकी तबीयत बिगड़ने पर इमरजेंसी में एंबुलेंस से दिल्ली आनापड़ा। मगर उनका दिल बार बार रो उठा जब सायरनबजाने के बावजूद भी जनता ने उनकी एंबुलेंस को रास्ता देनेनहीं दिया और पुलिसकर्मियों ने भी बार बार सायरन सुननेके बाद भी रेडलाइट पर ट्रैफिक क्लियर नहीं कराया। वे एककोने में आराम से खड़े होकर गुफ्तगू करते रहे। अस्पतालपहुंचने से पहले ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। यह घटना दिल्लीकी हाई टेक ट्रैफिक पुलिस की कार्यशैली को बयान करती है।

ट्रैफिक पुलिस का पहला काम है वाहनों के आने जाने के लिएसही ट्रैफिक व्यवस्था कायम करना। मगर वाहनों की बढ़ती संख्या और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की जवाबदेहीसुनिश्चित न होने के चलते हुए नागरिक उपेक्षित हो रहा है। अगर ट्रैफिक पुलिसकर्मी बेवजह परेशान करें पैसेमांगें ट्रैफिक जाम हो या अन्य कोई भी परेशानी हो तो इसकी शिकायत जरूर करें। शिकायत करने से पहलेआइए जानते हैं क्या हैं हमारे अधिकार 

अधिकार 

सड़कों पर सेफ और सलीके से ट्रैफिक चले यह जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस की है। 

जुलूस या दूसरे धार्मिक पर्वों विशिष्ट व्यक्तियों के आने जाने के दौरान आम जनता की परेशानियों को ध्यानमें रखते हुए बिना रुकावट के सुरक्षित यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराना ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी है। 

अगर कोई वाहन बेहद शोर हॉर्न करे धुआं छोड़ता हुआ पाया जाए उसे संजा देकर पर्यावरण की रक्षाकरना भी ट्रैफिक पुलिस का काम है। 

सड़कों की खुदाई जुलूस आदि पहले ट्रैफिक पुलिस की इजाजत लेना जरूरी है। 

अगर आपके वाहन पर कोई चालान पेंडिंग नहीं है तो आप नो चालान ड्यू का अनापत्ति प्रमाणपत्र NOCले सकते हैं। 

आम नागरिकों को प्री पेड बूथ पर आसानी से ऑटो टैक्सी उपलब्ध हो यह सुनिश्चित कराना ट्रैफिक पुलिस का दायित्व है। 

किन बातों का रखें ख्याल 

अगर आप वाहन चलाते समय ट्रैफिक के नियमों के उल्लंघनके दोषी पाए जाते हैं तो नकद राशि का भुगतान कर अपनाचालान ले सकते हैं। नहीं तो आपको संबंधित कोर्ट में जानाहोगा। 

वाहन चलाते समय आपके पास हमेशा आर सी . (रजिस्ट्रेशन सार्टिफिकेट और इंश्योरेंस के डॉक्युमेंट्स कीफोटोकॉपी होना जरूरी है। अगर यह डॉक्युमेंट अटेस्टेड हो तोसंदेह की स्थिति भी खत्म हो जाती है। 

इसके अलावा आपके पास वैलिड ड्राइविंग लाइसेंस औरपीयूसी सार्टिफिकेट का ओरिजिनल रूप में होना जरूरी है। 

हो सकता है चालान 

अगर आपकी चेकिंग हो और वाहन चलाते समय जरूरी इनमें से कोई एक डॉक्युमेंट न हो तो आप उसी दिनउस पुलिसकर्मी के ड्यूटी टाइम में दोबारा जाकर उसे डॉक्युमेंट दिखा सकते हैं। ऐसा करने पर वह चालान छोड़देगा। नहीं तो मामला कोर्ट के सामने रखा जाएगा। 

आपके डॉक्युमेंट पर शक होने की स्थिति में अधिकारी आपके वाहन के डॉक्युमेंट्स या वाहन को जब्त करसकता है। ऐसी स्थिति में वाहन चालक के भविष्य में उपलब्ध न हो पाने पर संशय की स्थिति में अधिकारीचालक का लाइसेंस भी जब्त कर सकता है। 

वाहन जब्त Impound होने की स्थिति में अधिकारी आपको चालान बुक की स्लिप जारी करेगा जिस परआपके वाहन की डिटेल्स के अलावा वाहन को जब्त किए जाने के कारण की भी जानकारी होती है। साथ ही उसस्लिप पर संबंधित कोर्ट का नाम तारीख व पेशी का समय भी लिखा होना चाहिए। 

अपने चालान का भुगतान आप चारों उपायुक्त केंद्रों पर कहीं भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप तीन मूर्तिट्रैफिक पुलिस लाइन पर चेक द्वारा 24 घंटे में कभी भी मशीन द्वारा जमा कर सकते हैं। 

अगर आपने ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन किया है और पकड़े जाते समय आपके पास पैसे नहीं तो ट्रैफिकपुलिस अधिकारी आपका लाइसेंस लेकर कोर्ट में पेश होने की चालान रसीद जारी कर सकता है। उस रसीद मेंलाइसेंस जब्ती का जिक्र जरूर हो यह जरूर देख लें। 

बनें जागरूक 

ट्रैफिक पुलिस सहायता केंद्रों पर पूर्व में भुगतान किए हुए पोस्टकार्ड उपलब्ध होते हैं। आप इन पर अपनीशिकायत लिखकर संबंधित पते पर भेज सकते हैं। 

वाहन चालकों व अन्य नागरिकों को ट्रैफिक के नियमों के प्रति जागरूक बनाने के लिए अलग से रोड सेफ्टीसेल बनाया गया है। 

मेडिकल फिटनेस जरूरी....

अगर आपकी एक आंख खराब हो गई हो आप ग्लूकोमा ,कलर ब्लाइंडनेस सैट्रेक्ट आदि से पीड़ित होने पर भी गाड़ीचला सकते हैं। इसके लिए आपको निर्धारित मानदंडों को पूराकरना होगा। 

अगर आपका ब्लड प्रेशर या शुगर कंट्रोल नहीं हो पा रहा हैतो आप गाड़ी नहीं चला सकते। 

ऐसा कभी न करें 

गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करना दंडनीय अपराध है। जरूरत पड़ने पर गाड़ी को एक तरफरोककर ही फोन पर बात करना चाहिए। 

शराब पीकर गाड़ी चलाना एक दंडनीय अपराध है। इसकी सीमा 100 मिली खून में 30 एमजी है। 30 एमजीसे ऊपर होने पर आप पर मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत कार्यवाही की जाएगी। वैसे यह आदमी कीलंबाई वजन व उसके शारीरिक ढांचे पर निर्भर करता है। किसी व्यक्ति को ज्यादा मात्रा में लेने पर भी असरनहीं होता जबकि कुछ को एक घूंट से भी नशा हो जाता है। इसलिए कभी भी शराब पीकर गाड़ी न चलाएं। 

गाड़ी के एकदम काले शीशे नहीं होने चाहिए। आगे और पीछे के शीशों के लिए Visiblity ) 70 फीसदी होनीचाहिए जबकि साइड वाले शीशों के लिए यह 50 फीसदी होनी चाहिए। 

पुलिसकर्मी से बेवजह न उलझें। ध्यान से उसकी बात सुनें। अगर आपने नियमों का उल्लंघन किया है तोचालान भुगतें। नहीं तो बेवजह परेशान करने पर उसकी शिकायत जरूर करें। 

स्पीड में रहे आपकी गाड़ी 

दिल्ली के सभी हिस्सों में गाड़ी की स्पीड लिमिट 50 किमी प्रति घंटा है। मगर कुछ क्षेत्रों में यह सीमा कुछज्यादा है। उनकी जानकारी इस प्रकार है 

1. आउटर रिंग रोड के बाद शुरू होने वाले सभी हाइवेज धौला कुआं के बाद गुड़गांव आश्रम चौक से आगेमथुरा रोड पर गति सीमा 60 

2. नोएडा टोल रोड दिल्ली की ओर से टोल गेट व टोल गेट से अंतिम घुमाव तक ) - गति सीमा 80 

3. एनएच -8 पर पीडीआर जीजीआर क्रॉसिंग से दिल्ली गुड़गांव बॉर्डर और सिग्नल एनक्लेव दिल्ली गुड़गांवबॉर्डर गति सीमा 80 

4. रिंग रोड चंदगी राम अखाड़ा से मुकरबा चौक गति सीमा 60 

5. रिंग रोड आश्रम चौक से बरार स्क्वेयर गति सीमा 60 

6. डीएनडी फ्लाईओवर मयूर विहार लिंक रोड गति सीमा 80 

आम पुलिसकर्मी नहीं कर सकते चालान 

ट्रैफिक पुलिस में सिर्फ हेड कांस्टेबल व उससे उच्च अधिकारियों को ही चालान बनाने का अधिकार है। दिल्लीपुलिस के आम पुलिसकर्मी आम जनता का चालान नहीं कर सकते। 

कई बार ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी व सिपाही छिप कर खड़े हो जाते हैं और अचानक सामने आकर दस्तावेजकी मांग करने लगते हैं। यह गलत प्रक्रिया है। ऐसा होने पर शिकायत कर सकते हैं। 

हेल्पलाइन

आपके मार्ग में ट्रैफिक जाम हो लाइट सिग्नल खराब हो याट्रैफिक पुलिस अधिकारी से कोई शिकायत हो तो इसे विभागको जरूर सूचित करें। 

किसी भी सुझाव व शिकायत के लिए यहां अपनीशिकायत दर्ज करा सकते हैं 

* 24 घंटे इस नंबर पर काल करें 011-23010101/1095 

deptdlh@satyam.net.in पर मेल कर सकते हैं। 

इसके अलावा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट www.delhitrafficpolice.nic.in पर फीडबैक सुझावऑप्शन में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। 

संयुक्त पुलिस आयुक्त ट्रैफिक ), दिल्ली पुलिस मुख्यालय नई दिल्ली -110002, फैक्स : 011-23490436,फोन : 011-23490221, ई मेल jtcpt_dtp@nic.in 

आप विशेष आयुक्त दिल्ली ट्रैफिक पुलिस मुख्यालय नई दिल्ली -110002 को भी लिख सकते हैं। फैक्स : 011-23490403 

आप पुलिस आयुक्त को ys.dadwal@nic.in पर मेल या 011-23722052 पर फैक्स कर सकते हैं। 

रिएलिटी चेक 

आज ट्रैफिक पुलिस का ध्यान ट्रैफिक को दुरुस्त बनाए रखने पर कम और चालान काटने में ज्यादा रहता है। जगहजगह सड़कों पर जाम लगा रहता है। प्री पेड बूथ पर ऑटो टैक्सी नदारद रहते हैं जबकि चंद कदमों कीदूरी पर आम यात्री का शोषण होता रहता है। हर रोज नियमों के उल्लंघन की घटनाएं बढ़ रही हैं। कहीं भीट्रैफिक पुलिस की सक्रियता नजर नहीं आ रही है। 

विशेष पुलिस आयुक्त अजय चड्ढा से हुई बातचीत 

ट्रैफिक को सुचारु बनाए रखने में आम जनता का सहयोग नहीं मिल पाता। ट्रैफिक पुलिसकर्मी की नजर हटी नहींकि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन होने लगता है। ट्रैफिक पुलिस का काम नियमों का पालन कराने के साथ साथउल्लंघन करने वालों को सजा देना भी है। अब हमारे पुलिसकर्मी चालान करने के बदले ट्रैफिक मैनेजमेंट परज्यादा ध्यान दे रहे हैं। अगर आम जनता को ट्रैफिक व्यवस्था या ट्रैफिक पुलिस से जुड़ी कोई भी समस्या है तोविभिन्न चैनलों पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हमने हाल ही में अपनी वेबसाइट पर फीडबैक काऑप्शन भी उपलब्ध कराया है। जहां कोई भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।




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